देहरादून: उत्तरकाशी बस हादसे का शिकार हुए 25 तीर्थयात्रियों की डेड बॉडी हिमालय हॉस्पिटल जौलीग्रांट पहुंचायी गयी हैं। सभी शवों को आज दोपहर सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट से मध्य प्रदेश के खजुराहो ले जाया जाएगा। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गए हैं।
मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों के शव दो ट्रकों के जरिए उत्तरकाशी से हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट पहुंचाए गये हैं। जबकि, चार घायलों का इलाज जारी है। इससे पहले एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी घटनास्थल डामटा पहुंचे। जहां उन्होंने हादसे की जानकारी ली और वजह भी जानी. सीएम शिवराज चौहान ने बस चालक के हवाले से बताया कि बस का स्टेरिंग फेल गया था। जिस वजह से बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उत्तरकाशी हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने बयान में कहा कि बस का स्टेयरिंग फेल होने के चलते यह दुर्घटना हुई. ड्राइवर ने पहाड़ से टकराकर बस को रोकने का प्रयास किया। लेकिन पहाड़ से टकराकर बस खाई में गिर गई। मध्य प्रदेश के 3 यात्री दुर्घटना में घायल हुए हैं, उनका इलाज जारी है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपए की राशि देंगे। घायलों का इलाज निशुल्क हो उसकी भी व्यवस्था करेंगे।
बता दें कि 5 जून यानी बीते देर शाम मध्य प्रदेश के यात्रियों की एक बस संख्या UK 041541 यमुनोत्री हाईवे पर डामटा के पास 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। बस में करीब 30 यात्री सवार थे. खाई में गिरते ही बस के दो हिस्से हो गए। यह बस यात्रियों को लेकर हरिद्वार से चली थी, जो यमुनोत्री जा रही थी। तभी डामटा के पास अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में उत्तराखंड के दो लोग भी शामिल हैं, जो चालक और परिचालक हैं।