नई दिल्ली: प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए विशेषज्ञ काँच या धातु की बोतलों से पानी या अन्य पेय पीने की सलाह देते हैं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि प्लास्टिक के छोटे बीजों से इंसान के शरीर को खतरा है। पिछले शोध में यह बात सामने आई थी कि प्लास्टिक के सूक्ष्म कण मानव रक्त और प्लेसेंटा में भी प्रवेश कर सकते हैं। लेकिन नए चूहे के अध्ययन की सूचना मिली है। इस स्टडी के मुताबिक प्लास्टिक के छोटे-छोटे टुकड़े गर्भवती महिला के भ्रूण को नष्ट कर सकते हैं. चिकित्सक। WHO के अनुसार, ऐसे संकेत हैं कि भ्रूण प्लास्टिक के कणों का निशाना हो सकते हैं।
माइक्रोप्लास्टिक्स क्या हैं?
माइक्रोप्लास्टिक 0.2 इंच या 5 मिलीमीटर व्यास से कम प्लास्टिक के छोटे टुकड़े होते हैं। इसके अलावा, कुछ प्लास्टिक के सूक्ष्म कण इतने छोटे होते हैं कि उन्हें नग्न आँखों से देखना असंभव होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, फेंकी गई प्लास्टिक की बोतलें अपना कचरा छोड़ सकती हैं, खासकर जब प्लास्टिक धूप के संपर्क में आती है। चिकित्सकों का कहना है कि हमारी सेहत के लिए बेहतर होगा कि हम प्लास्टिक की बोतलों से पानी न पिएँ ।
रिसर्च में क्या आया सामने
रिपोर्ट्स की मानें तो जानवरों पर किया गया यह शोध वाकई हैरान करने वाला है। पिछले महीने हुई उनकी एक स्टडी के मुताबिक, 24 घंटे के बाद गर्भवती जानवरों की गर्भनाल में माइक्रो- और नैनो-प्लास्टिक पाए गए। इतना ही नहीं, ये प्लास्टिक के कण पूरे भ्रूण में पाए जाते हैं। चिकित्सकों का ऐसा कहना है कि हर व्यक्ति प्रति सप्ताह लगभग पाँच ग्राम माइक्रो- और नैनो-प्लास्टिक की खपत करता है, जो वाकई चिंता का विषय है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और आम जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें. Bombay Tribune इसकी पुष्टि नहीं करता है.)