रेलवे ने शुक्रवार (21 अगस्त) को कहा कि उसने 44 सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण की निविदा रद्द कर दी है जो पिछले साल आमंत्रित की गई थी। पिछले महीने जब निविदा खोली गई तो 16 डिब्बे वाली इन 44 ट्रेनों के इलेक्ट्रिकल उपकरणों एवं अन्य सामान की आपूर्ति के लिए छह दावेदारों में से एक चीनी संयुक्त उद्यम एकमात्र विदेशी के रूप में उभरकर सामने आया।
रेल मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ”44 सेमी-हाई स्पीड ट्रेनों (वंदे भारत) के निर्माण की निविदा रद्द कर दी गई है। संशोधित सार्वजनिक खरीद (‘मेक इन इंडिया’ को वरीयता) आदेश के अंतर्गत एक सप्ताह के भीतर ताजा निविदा आमंत्रित की जाएगी।” हालांकि, रेलवे ने निविदा रद्द करने के पीछे किसी खास कारण का उल्लेख नहीं किया।
रेलवे ने गत 10 जुलाई को ट्रेन 18 यानी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के निर्माण के लिए निविदा जारी की थी। ये सेमी हाई स्पीड ट्रेने हैं। कुल 44 ट्रेनों के लिए निविदा जारी की गई थी। इस परियोजना की लागत तकरीबन 1500 करोड़ रुपए है। रेल मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि निविदा जारी होने के बाद लोक खरीद नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। नए सिरे से निविदा जारी करने का उद्देश्य उन्हें इसमें शामिल करना है।