बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम जांच के लिए गुरुवार शाम को मुंबई पहुंची। हाल ही में सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शोविक चक्रवर्ती समेत कई लोगों को आरोपी बनाया है।
सीबीआई की टीम के मुंबई पहुंचने पर नगर निगम के अधिकारी ने कहा कि उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया जाएगा। मालूम हो कि पिछले दिनों जब पटना में एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच के लिए बिहार पुलिस के अधिकारी विनय तिवारी मुंबई पहुंचे थे, तो उन्हें बीएमसी के अधिकारियों ने क्वारंटाइन कर दिया था। इसके बाद, मामले ने तूल पकड़ा और आखिरकार नीतीश सरकार ने मामले की जांच की सीबीआई की सिफारिश कर दी थी।
वहीं, मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख से मुलाकात के लिए मंत्रालय पहुंचे। उन्होंने सुशांत सिंह केस को लेकर सीबीआई जांच में मुंबई पुलिस के सहयोग करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में परमबीर सिंह ने कहा- “बिल्कुल, हम सहयोग करेंगे।”
सुशांत सिंह राजपूत (34) 14 जून को मुंबई के बांद्रा में अपने अपार्टमेन्ट की छत से लटके मिले थे। इसके बाद इसकी जांच कर रही मुंबई पुलिस ने राजपूत की बहनों, अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती सहित 56 लोगों के बयान दर्ज किए। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अपने फैसले में पटना में दर्ज प्राथमिकी को जांच के लिए सीबीआई को सौंपे जाने को विधिसम्मत करार दिया था। शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि बिहार सरकार इस मामले को जांच के लिये सीबीआई को हस्तांतरित करने में सक्षम है।
वहीं, शिवसेना ने दावा किया कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार की छवि खराब करने के लिए एक्टर सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले का राजनीतिकरण किया गया। शिवसेना ने प्रश्न किया कि यदि पटना में दर्ज प्राथमिकी सही थी, तो क्या यदि इस मामले के वे अन्य लोग जो दूसरे राज्यों से हैं, पश्चिम बंगाल में प्राथमिकी दर्ज कराएं, तो क्या कोलकाता पुलिस को जांच का अधिकार मिल जाएगा? महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल शिवसेना ने कहा कि इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच अंतिम चरण में थी। तब उसे रोका गया और बिहार सरकार की सिफारिश पर सीबीआई को सौंपा गया।