ट्रिब्यून न्यूज़ “Exclusive” नरेंद्र वत्स की कलम से
नरेन्द्र वत्स (नारनौल)
हरियाणा में एक बार फिर एक महिला आईपीएस अधिकारी और मिनिस्टर के बीच विवाद चर्चा का विषय बन सकता है। मिनिस्टर का कथित ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी सुलोचना गजराज ने वायरल ऑडियो को आधार बनाते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मानहानि सहित विभिन्न धाराओं के तहत थाना सिटी पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी का नारनौल से तबादला हो चुका है।
मामला इस प्रकार है-
हाल ही में प्रदेश सरकार के एक मंत्री का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। यह मंत्री नारनौल के विधायक ओमप्रकाश यादव हैं।ऑडियो में नारनौल की एसपी पर मंत्री ने भ्रष्टाचार में लिप्त होने व उनकी अपराधियों के साथ सांठगांठ के आरोप लगाए थे। चूंकि बाद में मंत्री की ओर से वायरल क्लिप के बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया था, इसलिए यह माना जा रहा है कि ऑडियो क्लिप में आवाज मंत्री की ही है। ऑडियो वायरल होने के बाद प्रदेश सरकार की ओर से एसपी नारनौल का तबादला कर दिया गया है। एसपी ने ऑडियो क्लिप को आधार बनाते हुए विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सिटी पुलिस स्टेशन नारनौल में केस दर्ज करवाया है।
बिना जांच एकतरफा कार्रवाई-
ऑडियो वायरल होने के बाद एसपी का तबादला प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगा रहा है।ऑडियो क्लिप में जो आरोप लगाए गए हैं, वह काफी गंभीर हैं। सरकार ने इन आरोपों की जांच कराने के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर ऑडियो में लगाए गए आरोप सही हैं, तो उनकी तह तक जाने के प्रयास अभी क्यों नहीं किए गए हैं। अगर आरोप निराधार हैं, तो यह मामला पूरी तरह मानहानि का बनता है शीघ्र ही यह मामला राजनीतिक रंग भी ले सकता है।
नया नहीं है ऐसा विवाद-
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद एसपी और मंत्री के बीच उपजा विवाद नया नहीं है। इससे पूर्व तत्कालीन कैबिनेट मिनिस्टर अनिल विज और एसपी संगीता कालिया के बीच भी एक विवाद खड़ा हुआ था। संगीता कालिया ने एक बैठक में अनिल विज के मीटिंग से बाहर जाने के आदेशों को मानने से इंकार कर दिया था। इसके बाद वह खुद ही मीटिंग छोड़कर चले गए थे। यह विवाद काफी समय तक प्रदेश में चर्चा का विषय बना रहा था।