नैनीताल (नीतू आर्य)
उत्तराखंड की कुल देवी कही जाने वाली आराध्य माँ नंदा-सुनन्दा की मूर्ती आज महूर्त के अनुसार विदाई सम्पन्न हुई । माँ नंदा-सुनन्दा आगामी 23 अगस्त को अष्ठमी के दिन आपने मायके कुमाऊँ आई थी।और आज दशमी के दिन उनकी ससुराल के लिए विदाई बहुत ही भावपूर्वक रही। कोविड 19 के चलते माँ नंदा- सुनन्दा के डोले की नगर परिक्रमा नही हुई और न ही माँ के आशीर्वाद के रूप में दिया जाने वाला भंडारा किया गया।आज यानी 28 अगस्त को सुबह विधि-विधान के साथ माता की पूजा अर्चना के साथ विसर्जन की तैयारियां शुरू कर दी गई। साथ ही कोरोना महामारी के चलते मंदिर प्रांगड़ में ही सोशल डिस्टनसिंग के साथ ही माता के डोले को मंदिर मे ही घुमाया गया। अष्टमी से दशमी तक नंदा-सुनन्दा महोत्सव के सभी कार्यक्रम आयोजित किये गए। विसर्जन के दौरान जहाँ हर साल लाखों भक्त माँ को विदाई दिए बिना घर नही जाते थे । वही इस बार मा को देखे बिना ही भक्तों ने उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी है और इस बीमारी को जल्द से जल्द खत्म करने के लियर माता से प्रार्थना की है। इस दौरान राम सेवक सभा के कुछ कार्यकर्ता व कुछ पत्रकार की विसर्जन के दौरान मौजूद थे। पुलिस प्रशासन भी इस दौरान मौजूद था।