राजधानी में होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने के दिल्ली सरकार के फैसले को एलजी अनिल बैजल ने पलट दिया था। अब इस मसले पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। सिसोदिया ने कहा है कि एलजी को होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने के लिए निर्देश दिया जाए।
अनलॉक तीन की गाइडलाइन जारी करते हुए दिल्ली सरकार ने होटल खोलने की इजाजत दे दी थी। इसके साथ ही साप्ताहिक बाजारों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ट्रायल बेसिस पर खोलने की अरविंद केजरीवाल ने अनुमति दी थी। शुक्रवार को एलजी बैजल ने राष्ट्रीय राजधानी में होटल और साप्ताहिक बाजार पुनः खोलने के दिल्ली सरकार के निर्णय को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि कोविड-19 से उपजी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और खतरा टला नहीं है।
हिंदी में लिखे गए पत्र में डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार होटल और साप्ताहिक बाजार को खोलने के प्रस्ताव को मंगलवार को दोबारा उप राज्यपाल के पास भेजेगी। सिसोदिया ने कहा, ‘मेरा अनुरोध है कि आप एलजी को प्रस्ताव अस्वीकार न करने को कहें। व्यापारी जब व्यापार शुरू करेंगे, तो रोजगार उत्पन्न होगा और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।’
डिप्टी सीएम सिसोदिया ने लिखा है, ‘कोरोना महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। अब जब भारत सरकार पूरे देश में अनलॉक की प्रक्रिया चला रही है और धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है, ऐसे में दिल्ली के साथ दोहरी नीति अपनाई जा रही है।’ सिसोदिया ने कहा है कि केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने होटल और साप्ताहिक बाजारों को खोलने का निर्णय लिया तो आपने एलजी के जरिए उसे पलटवा दिया।
मनीष सिसोदिया ने अपने पत्र में दिल्ली के कोरोना स्थिति को लेकर दलील दी है और एलजी के फैसले पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने लिखा है, ‘दिल्ली इस समय कोरोना के मामले में 11वें स्थान पर है। पिछले एक महीने में यहां स्थिति काफी नियंत्रण में रही है और धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ़ रही है।’ उन्होंने कहा है कि जिन राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, वहां भी होटल और साप्ताहिक बाजार खुले हैं। ऐसे में दिल्ली में इन्हें बंद रखकर सरकार क्या हासिल करना चाहती है, यह समझ से परे है।
सिसोदिया ने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा है कि आप अपने इस फैसले को बदलें और एलजी साहब को तुरंत मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को मंजूर करने के निर्देश दें। दिल्ली का कारोबारी अपना काम शुरू करेगा तभी तो अर्थव्यवस्था सुधरेगी और नई नौकरियां निकलेंगी।