इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की संचालन परिषद ने रविवार को चीनी मोबाइल कंपनी वीवो सहित सभी प्रायोजकों को बरकरार रखने का फैसला किया और इस साल संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले टूर्नामेंट में कोविड-19 के कारण असीमित संख्या में खिलाड़ियों को बदलने की मंजूरी दी। आईपीएल संचालन परिषद (जीसी) ने रविवार को हुई वर्चुअल बैठक में फैसला किया कि टूर्नामेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर तक खेला जाएगा। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के एक सदस्य ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई से कहा कि मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि हमारे सभी प्रायोजक हमारे साथ हैं। उम्मीद है कि आप समझ ही गए होंगे।
जून में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच हुई भिंड़त के बाद चीनी प्रायोजन बड़ा मुद्दा बन गया था। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसके बाद करार की समीक्षा का वादा किया था। एक अन्य बड़े फैसले में आईपीएल जीसी ने महिलाओं की आईपीएल को भी मंजूरी दी और पीटीआई ने रविवार को बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बात करने के बाद इसकी जानकारी दी। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण आईपीएल को भारत से बाहर कराना पड़ रहा है और दुनिया भर में स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधित नाजुक परिस्थितियों को देखते हुए कोविड-19 के कारण खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति दी जाएगी जो असीमित होगी।
आईपीएल जीसी सदस्य ने कहा कि हमें एक हफ्ते के अंदर गृह और विदेश मंत्रालय से जरूरी मंजूरी मिलने की उम्मीद है। फाइनल 10 नवंबर को खेला जाएगा क्योंकि इससे यह दिवाली के हफ्ते में शामिल हो जाएगा और प्रसारकों के लिए यह लुभावना मौका रहेगा। प्रायोजक अनुबंध में कोई बदलाव नहीं होगा जिसकी जानकारी शनिवार को दे दी गई थी। मौजूदा वित्तीय कठिन परिस्थितियों को देखते हुए इतने कम समय में बोर्ड के लिए नया प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होगा।
उम्मीद है कि खेलने वाले सदस्यों के हिसाब से आठ फ्रेंचाइजी के लिए टीम की संख्या 24 खिलाड़ी होगी। उन्होंने कहा कि मानक परिचालन प्रक्रिया अब भी तैयार की जा रही है लेकिन इस साल कोविड-19 के कारण इसमें किसी भी संख्या में बदलाव संभव होंगे। उन्होंने कहा कि साथ ही बीसीसीआई को संयुक्त अरब अमीरात में चिकित्सीय सुविधाएं बनाने के लिए दुबई के ग्रुप से प्रस्तुतिकरण मिला है। बीसीसीआई ‘बायो-बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) बनाने के लिए टाटा ग्रुप से भी बातचीत कर रहा है।