भिवानी: हरियाणा प्रदेश के 42 हजार के लगभग सफाई कर्मचारी पिछले 10 दिनों से हड़ताल पर हैं। इसके चलते विभिन्न शहरों में सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। अब गंदगी से बीमारियां फैलने का अंदेशा भी शुरू हो गया है। प्रशासनिक व राजनीतिक स्तर पर इस बात का हल ना निकलते देख अब सामाजिक संगठन भी सफाई व्यवस्था बेहतर करने को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। इसी के चलते अब सरकार व प्रशासन पर सफाई कर्मियों को जल्द से जल्द मनाकर हड़ताल खत्म करने का दबाव बढ़ता नजर आ रहा है।
भिवानी के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने आज भिवानी शहर का दौरा कर जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों की तरफ मीडिया का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि भिवानी इन दिनों गंदगी का ढेर बन गई है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इसके चलते बीमारियां पनपने लगी हैं तथा हर गली-मोहल्ले में बीमार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में उनकी मांग है कि सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवाई जाए। यदि प्रशासन व सरकार सफाई करवाने में असफल रहते है तो उन्हें भी सफाई कर्मचारियों की तर्ज पर मजबूरन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ेगा।
भिवानी के सफाई कर्मचारी नेता पुरुषोत्तम दानव व कर्मचारी मनीषा ने बताया कि सफाई व्यवस्था ना होने के कारण आम आदमी परेशान है। इसके लिए वे भिवानी वासियों से माफी मांगते हैं, परन्तु सरकार बार-बार बातचीत के बाद भी उनकी 15 सूत्रीय मांग को नहीं मान रही है। ऐसे में अब उन्हें मजबूर होकर जिला के अधिकारियों के निवास पर मृत मवेशियों व गंदगी के ढेर डालने का तरीका अपनाना को मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
सफाई कर्मचारियों व सामाजिक संगठनों के बाद अब आमजन का दबाव भी जिला प्रशासन व सरकार पर शहरी क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने को लेकर बढ़ने लगा है। यदि जल्द ही प्रशासनिक व राजनीतिक स्तर पर कोई निर्णय नहीं हुआ तो गंदगी के कारण जहां बीमारियां फैलेंगी, वहीं आमलोगों के बीच भी प्रशासन व सरकार के प्रति रोष बढ़ना स्वाभाविक है।