बिहार में रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय रेलवे ने कटिहार-जोगबनी के बीच एक जोड़ी श्रावणी स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। सीनियर डीसीएम जी प्रशांत कुमार ने बताया कि 26 जुलाई से 15 अगस्त तक कटिहार से जोगबनी के लिए प्रतिदिन रात 9 बजे प्रस्थान करेगी। सावन के महीने में इस स्पेशल ट्रेन से काफी संख्या में यात्रियों को लाभ पहुंचेगा।
सीनियर डीसीएम जी प्रशांत कुमार ने बताया कि यह ट्रेन दलन, रौतारा, रानीपतरा, पूर्णिया, कसबा, गढ़बनैली, जलालगढ़, कुसियारगांव, अररिया कोर्ट, अररिया आरएस, सिमराहा, फारबिसगंज, बथनाहा स्टेशन पर रुकते हुए जोगबनी रात 11.45 बजे पहुंचेगी।
जोगबनी से कटिहार के बीच श्रावणी स्पेशल पैसेंजर ट्रेन
सीनियर डीसीएम जी प्रशांत कुमार ने कहा कि 27 जुलाई से 16 अगस्त तक जोगबनी से कटिहार के बीच श्रावणी स्पेशल पैसेंजर ट्रेन चलेगी। यह ट्रेन जोगबनी से रात के 12.30 बजे खुलकर प्रत्येक स्टेशन पर रूकते हुए कटिहार स्टेशन पर सुबह 3 बजे पहुंचेगी।
रेल सेवाओं के विस्तार और नई ट्रेनों के परिचालन की मांग
वहीँ बीते सप्ताह फारबिसगंज स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लेकर सिविल सोसायटी का एक शिष्टमंडल एनएफ रेलवे कटिहार डिविजन के डीआरएम से मुलाकात कर जोगबनी-कटिहार रेल खंड पर रेल सेवाओं के विस्तार और नई ट्रेनों के परिचालन की मांग की।
समिति के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा के नेतृत्व में सचिव-सह सह डीआरयूसीसी सदस्य विनोद सरावगी, डीआरयूसीसी के नए मनोनीत सदस्य बछराज राखेचा, प्रवक्ता पवन मिश्रा ,वरिष्ठ सदस्य राकेश रोशन आदि ने डीआरएम का ध्यान कटिहार-जोगबनी रेलखंड में रेल सेवाओं के विस्तार तथा जोगबनी से नई ट्रेनों के परिचालन हेतु कई मांगों से उन्हें अवगत कराया।
इन ट्रेनों के लिए मांग रखी गई
जिसमें जोगबनी- कोलकाता के बीच परिचालित हो रही त्रिसप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन को प्रतिदिन करना, जोगबनी से पटना के लिए रात्रिकालीन राज्य रानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस रोजाना चलाए जाने, जोगबनी से देश की सांस्कृतिक राजधानी बनारस के लिए त्रिसप्ताहिक पशुपतिनाथ-विश्वनाथ एक्सप्रेस, जोगबनी-कटिहार के बीच परीचालित हो रही एक जोड़ी ट्रेन का विस्तार मनिहारी तक किए जाने, सावन-भादो मास में जोगबनी से भाया खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, बाबा नगरी देवघर के लिए ट्रेन ,कटिहार से रात्रि 8:30 बजे खुलने वाली तथा जोगबनी से अहले सुबह 2:00 बजे खुलने वाली ट्रेन जो निरस्त कर दी गई है का पुन: परिचालन किए जाने की मांग रखी गई।