मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना के सभी प्रतिबंध हटाने का निर्णय गुरुवार को मंत्री समूह की बैठक में लिया है। राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए लोगों को मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी रखना एच्छिक रखा गया है। इसके साथ ही लॉकडाउन काल उल्लंघन के सभी मामले वापस लेने का भी निर्णय लिया गया है। सूबे में सभी धर्म के लोगों को अपने त्योहार पूरे हर्ष तथा उल्लास से मनाने की छूट दे दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या हजार तक पहुंच गई हैं। दो साल में यह आंकड़ा समय-समय पर 65 हजार प्रतिदिन तक पहुंच रहा था। कोरोना के संक्रमितों की संख्या कम होने से राज्य में कोरोना के प्रतिबंध खत्म किए जाने का निर्णय लिया गया है। राजेश टोपे ने विश्व के कई देशों में कोरोना फिर से उफान पर पहुंच रहा है, जिससे उन देशों में फिर से प्रतिबंध लगाने पड़े हैं। इसलिए नागरिकों को मास्क लगाना, सैनिटाईजर का उपयोग करना तथा सामाजिक दूरी बनाए रखना लोगों की इच्छा के अनुसार करना आवश्यक है। इस पर सरकार की ओर से कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।
गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि राज्य में कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन उल्लंघन के सभी मामले वापस लिए जाने का निर्णय मंत्री समूह की बैठक में लिया गया है। इससे संबंधित आदेश सभी जिला पुलिस कार्यालयों को जारी कर दिया जाएगा । जिला पुलिस कार्यालय से इस तरह के प्रस्ताव आने के बाद उनके संबंध में आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे।
जलसंपदा मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि रामनवमी,आंबेडकर जयंती, रमजान आदि त्योहार को देखते हुए राज्य सरकार ने कोरोना प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया है। इससे पहले कोरोना का धोखा अधिक था, अब कम हुआ है, इसलिए अब यह निर्णय लिया गया है। इसका राजनीतिकरण करने का प्रयास न किया जाए।