विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा सात मई को “वंदे भारत” मिशन शुरू करने के बाद से अब तक लगभग 11.23 लाख भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में बताया कि वर्तमान में वंदे भारत मिशन का पांचवां चरण चल रहा है और इसके तहत 19 अगस्त तक 22 देशों के लिये भारत के 23 हवाई अड्डों से 500 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और 130 घरेलू फीडर उड़ानों का संचालन किया गया।
उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक 375 और उड़ानों का संचालन होना हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मिशनों की मांगों के सतत मूल्यांकन के आधार पर कुवैत, मालदीव, मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपीन, आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और कनाडा के संबंध में उड़ानों को जोड़ा गया है।
द्विपक्षीय एयर बबल सेवा का जिक्र करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, यूएई, फ्रांस, जर्मनी, मालदीव, कतर के साथ सेवाएं अच्छी तरह चल रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में हमारे नागर विमानन मंत्री ने कहा था कि 18 और देशों के साथ ऐसी सेवाएं शुरू करने को लेकर बातचीत चल रही है। इनमें आस्ट्रेलिया, इटली, जापान, नाइजीरिया, बहरीन, इजराइल, केन्या, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, रूस, बांग्लादेश, भूटान, अफगानिस्तान, श्रीलंका आदि शामिल है।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भारत ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को सस्पेंड कर रखा है। ऐसे में विदेश में फंसे भारतियों को वापस लाने के लिए वंद भारत मिशन शुरू किया गया है। इस मिशन के तहत अब तक कई देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी भी हुई है। इसके बाद अब अमेरिका में फंसे भारतीयों लाने के लिए एयर इंडिया 36 विमान का संचालन करेगा। इस अभियान की शुरुआत 7 मई से हुई थी।